ऑडियो-वीडियो लेखन पर हिंदी का पहला निशुल्क पाठ्यक्रम 28 जनवरी से होगा शुरू
- ‘स्वयम-
मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स’प्लेटफार्म के लिए डिजाइन विशेष पाठ्यक्रम
- ‘स्वयम’के माध्यम से उपलब्ध
पाठ्यक्रम शिक्षार्थियों के लिए निशुल्क
- पाठ्यक्रम के तहत उपलब्ध कराए जाएंगे 40 वीडियो लेक्चर
-ब्यूरो रिपोर्ट-
जयपुर। केंद्र सरकार के ‘स्वयम’(SWAYAM) पोर्टल पर पहली बार ‘दृश्य-श्रव्य
माध्यम लेखन पर हिंदी में पहला पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। यह पाठ्यक्रम 28 जनवरी
से शुरू हो रहा है। दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, बोधगया
में पत्रकारिता और जनसंचार के सहायक प्रोफेसर डॉ रवि सूर्यवंशी ने ‘स्वयम- मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स’प्लेटफार्म के लिए यह पाठ्यक्रम डिजाइन किया है। खास बात यह है कि ‘स्वयम’के माध्यम से उपलब्ध पाठ्यक्रम शिक्षार्थियों के लिए निशुल्क
हैं, हालाँकि प्रमाणपत्र चाहने वाले शिक्षार्थियों को फाइनल प्रोक्टर्ड परीक्षाओं
के लिए पंजीकरण करना होगा, जिसके लिए शुल्क अदा करना होगा।
इस पाठ्यक्रम के लिए डॉ रवि के निर्देशन में पिछले महीनों में देश के विभिन्न हिस्सों से विविध विषयों के विशेषज्ञों के लगभग 40 वीडियो लेक्चर रिकॉर्ड किए गए। यह टास्क पूरी होने के साथ ही अभी यह पाठ्यक्रम शुरू होने की तैयारी में है। इस पाठ्यक्रम के निर्माण में जिन विशेषज्ञों का सहयोग मिला है, उनमें राजस्थान विश्वविद्यालय के जनसंचार केंद्र के पूर्व निदेशक डॉ. संजीव भानावत, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय के प्रो ओ पी देवल, भारतीय जनसंचार केंद्र, जम्मू के प्रो राकेश गोस्वामी, लेडी श्रीराम कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय की डॉ वर्तिका नंदा और ‘सिने मीडिया अपडेट’के प्रधान संपादक श्याम माथुर के नाम प्रमुख हैं।
इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए डॉ रवि
सूर्यवंशी ने कहा, ‘‘स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए ‘दृश्य-श्रव्य माध्यम लेखन’का हिंदी भाषा में चार क्रेडिट का यह पाठ्यक्रम रेडियो, टेलीविजन
और सिनेमा जैसे प्रमुख जनसंचार माध्यमों के विविध पक्षों पर केंद्रित है। यह कार्यक्रम
दृश्य-श्रव्य माध्यमों की वर्तमान स्थिति, उसमें प्रस्तुति के
तरीके, भाषाई प्रयोग और रचनात्मक लेखन विधा को ध्यान में रखते
हुए निर्मित किया गया है। इस पाठ्यक्रम की संरचना को इस प्रकार तैयार किया गया है ताकि
विद्यार्थी जनसंचार माध्यमों के बारे में मूलभूत जानकारी प्राप्त कर सकें। इस पाठ्यक्रम
के तहत 40 वीडियो लेक्चर भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
दृश्य-श्रव्य माध्यमों के लिए लेखन की गहन
जानकारी प्राप्त के इच्छुक विद्यार्थी इस लिंक पर क्लिक करके अपना रजिस्ट्रेशन करा
सकते हैं-
https://onlinecourses.swayam2.
SWAYAM दरअसल केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया
एक कार्यक्रम है और इसे देश की शिक्षा नीति के तीन प्रमुख सिद्धांतों- एक्सेस,
इक्विटी और क्वालिटी को हासिल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस प्रयास
का उद्देश्य सभी के लिए बेहतर शिक्षण शिक्षण संसाधन उपलब्ध कराना है। SWAYAM उन छात्रों के लिए डिजिटल डिवाइड को दूर करना पाटना चाहता है जो अब तक डिजिटल
क्रांति से अछूते रहे हैं और जो नॉलेज इकोनॉमी की मुख्यधारा में शामिल नहीं हो पाए
हैं।
यह प्रयास एक ऐसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से
किया जाता है, जहां कक्षा 9 से लेकर स्नातकोत्तर तक की कक्षाओं में पढ़ाए जाने
वाले सभी पाठ्यक्रमों की सुविधा उपलब्ध है, जिसे कोई भी,
कहीं भी, कभी भी एक्सेस कर सकता है। सभी पाठ्यक्रम
इंटरैक्टिव हैं, देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों द्वारा तैयार किए
गए हैं और किसी भी शिक्षार्थी के लिए निशुल्क उपलब्ध हैं। इन पाठ्यक्रमों को तैयार
करने में देश भर से विशेष रूप से चुने गए 1,000 से अधिक शिक्षकों और संकाय सदस्यों
की सेवाएं ली गई हैं।
SWAYAM प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध सामग्री बेहतर हो,
यह सुनिश्चित करने के लिए नौ राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किए गए हैं।
इनमें अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई), विश्वविद्यालय
अनुदान आयोग (यूजीसी), इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय
(इग्नू), नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एन्हांस्ड लर्निंग (एनपीटीईएल)
और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) भी शामिल हैं। SWAYAM प्लेटफॉर्म को शिक्षा मंत्रालय और एनपीटीईएल, आईआईटी
मद्रास द्वारा गूगल आईएनसी और परसिस्टेंस सिस्टम्स लिमिटेड की मदद से विकसित किया गया
है।