देशव्यापी लॉकडाउन से पहले गरीबों के लिए इंतजाम करने के निर्देश
- ब्यूरो रिपोर्ट -
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने देश में जारी
कोरोना की दूसरी लहर को काबू करने के लिए केंद्र और राज्यों से लॉकडाउन पर विचार करने
को कहा है। रविवार को सुप्रीम कोर्ट में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को लेकर सुनवाई
हुई। कोर्ट ने अपने आदेश में माना कि एक बिस्तर के साथ अस्पताल में दाखिला हासिल करना
कोविड-19 महामारी की इस दूसरी लहर के दौरान
अधिकांश व्यक्तियों द्वारा सामना की जा रही सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। देश
में न केवल ऑक्सीजन की किल्लत है बल्कि लोगों को अस्पताल में बेड तक नहीं मिल पा रहे
हैं। इसी बीच कोरोना वायरस के इलाज के लिए इस्तेमाल में आने वाली दवाइयों की भी कालाबाजारी
धड़ल्ले से हो रही है।
दूसरी ओर दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन
की कमी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि दिल्ली की ऑक्सीजन की आपूर्ति
3 मई की मध्यरात्रि या उससे पहले ठीक कर ली जाए। इस बीच भारत में एक दिन में 3,68,147 नए कोविड-19
के मामले सामने आए हैं, वहीं इस महामारी के कारण
बीते 24 घंटे में 3,417 की मौत हो गई है। देशभर में कोरोना के एक्टिव रोगियों की
संख्या 34 लाख के पार जा चुकी है।