अंतरराष्ट्रीय व्यंग्य संग्रह में प्रदेश के 32 व्यंग्यकारों को मिला स्थान
- ब्यूरो रिपोर्ट -
जयपुर। इक्कीसवीं सदी के श्रेष्ठ 251 व्यंग्यकार शीर्षक से प्रकाशित साझा अंतरराष्ट्रीय व्यंग्य संकलन में देश-प्रदेश और विदेश के
नामचीन व्यंग्यकारों के साथ जयपुर के प्रभात गोस्वामी का व्यंग्य भी प्रकाशित हुआ
है। इस व्यंग्य संकलन में राजस्थान से 32 व्यंग्यकारों की रचनाएँ शामिल कीं गईं हैं। संग्रह का लोकार्पण इसी माह दिल्ली
में आयोजित राष्ट्रीय वर्चुअल पुस्तक मेले में किया जाएगा। संकलन का संपादन
सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार डॉ लालित्य ललित और डॉ राजेश कुमार ने किया है । प्रकाशन
इंडिया बुक्स ,नोएडा द्वारा किया गया है।
संपादक द्वय डॉ लालित्य ललित और डॉ राजेश कुमार ने बताया कि इस संग्रह के लिए
देश-विदेश से बड़ी संख्या में व्यंग्य रचनाएँ प्राप्त हुईं थीं। व्यंग्य आलेखों का
गहन अध्ययन करने के बाद 251
व्यंग्य शामिल
किए गए। संभवतः यह पहला अवसर है जब इतनी बड़ी संख्या में व्यंग्य रचनाओं को एक वृहद्
संग्रह में शामिल किया गया।
इंडिया नेटबुक्स के निदेशक डॉ संजीव कुमार ने बताया कि इस वृहद् संग्रह में
राजस्थान के 32
व्यंग्यकारों की
व्यंग्य रचनाएँ शामिल की गईं हैं। इनमें प्रमुखत: ईशमधु तलवार, अनुराग वाजपेई, अजय अनुरागी, फारूक आफरीदी, कृष्ण कुमार आशु, पूरण सरमा, प्रभाशंकर उपाध्याय, बुलाकी शर्मा, प्रभात गोस्वामी, मनोज माथुर, राजेन्द्र मोहन शर्मा,
नीरज दैया, देवकिशन राजपुरोहित, मनमोहन हर्ष, संजय पुरोहित सहित अन्य व्यंग्यकार शामिल हैं। इस व्यंग्य संग्रह में
मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, नई दिल्ली, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, बिहार, हरियाणा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, उत्तराखंड, पंजाब, तेलंगाना, तमिलनाडु, गोवा और जम्मू-कश्मीर के व्यंग्यकारों की
व्यंग्य रचनाएँ शामिल की गईं हैं।
उन्होंने बताया कि सदी के 251 श्रेष्ठ व्यंग्यकार संग्रह में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुबई, अमेरिका, ब्रिटेन, नेपाल, मॉरिशस, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, कनाडा से प्रवासी व्यंग्यकार भी शामिल किए गए हैं।