राज कपूर और दिलीप कुमार के पुश्तैनी मकान आखिर कैसे बनेंगे संग्रहालय?

 -विजय श्रीवास्तव-

पाकिस्तान के पेशावर में राज कपूर और दिलीप कुमार के पुश्तैनी मकान को वहां की सरकार राष्ट्रीय संग्रहालय बनाना चाहती है। यहां की सरकार ने हवेलियों को राष्ट्रीय इमारत घोषित किया है।  कुछ समय पूर्व ऋषि कपूर ने इसके लिए पाक सरकार से गुजारिश करके राज कपूर के इस मकान को संग्रहालय में तब्दील करने की बात कही थी। लेकिन अब इस राह में भी रोड़ा आ गया है। राज कपूर के इस मकान के मौजूदा मालिक हाजी अली ने इसे सरकार को बेचने से मना कर दिया है। अली ने कहा सरकार उनके इस मकान की बहुत कम कीमत दे रही है। सरकार की तरफ से मकान की कीमत सिर्फ डेढ़ करोड़ रुपए लगाई गई है जबकि वर्तमान में इस जगह की कीमत 200 करोड़ रुपए है।



जर्जर होते मकान से जुड़ी हैं राजकपूर के जन्म की यादें - जानकारों की माने तो पेशावर में स्थित इस मकान का निर्माण उनके दादा दीवान बसेश्वरनाथ ने 1922 में करवाया था। इसी मकान में राजकपूर और उनके चाचा त्रिलोक कपूर का भी जन्म हुआ था। कपूर हवेली के मालिक अली ने बताया वो भी इस मकान को संग्रहालय बनाना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने कई बार पुरातत्व विभाग से संपर्क भी किया था लेकिन इसके लिए उन्हें मकान की मौजूदा रेट के हिसाब से सरकार भुगतान नहीं कर रही है जिसके चलते वो सरकार को सस्ते दामों पर हवेली नहीं बेचना चाहते।

मालिक ने ठुकराया इमरान सरकार का ऑफर - बॉलीवुड के 'शो मैन' राज कपूर के पेशावर में स्थित पैतृक घर के मालिक ने खैबर पख्तूनख्वा सरकार द्वारा तय किए गए मूल्य पर घर को बेचने से मना कर दिया है। घर के मालिक का कहना है कि संपत्ति बहुत अच्छी जगह पर है और इसका बेहद कम दाम लगाया जा रहा है।

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