गोवा में 51वें इफ्फी महोत्सव के प्रमुख खंड इंडियन पैनोरमा का उद्घाटन

 - ब्यूरो रिपोर्ट -

51वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के प्रमुख खंड भारतीय पैनोरमा का उद्घाटन गोवा में फीचर और गैर-फीचर फिल्मों के निर्देशकों और ज्यूरी सदस्यों की मौजूदगी में किया गया। इस महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए ज्यूरी के साथ-साथ, फीचर और गैर-फीचर फिल्मों के कलाकारों और क्रू का भी अभिनंदन किया गया।



गैर-फीचर खंड का शुभारंभ करने वाली फिल्म "पांचीका" के निर्देशक अंकित कोठारी ने अपनी फिल्म का परिचय, दोस्ती की एक कहानी के रूप में दिया। ये फिल्म गुजरात में, कच्छ के छोटे रण के नमक पहाड़ों में रहने वाली दो सात साल की लड़कियों के बारे में है और कैसे उनकी दोस्ती जातिवाद से लड़ती है।

फीचर खंड का आगाज करने वाली फिल्म सांड की आंखके निर्देशक तुषार हीरानंदानी ने इस मौके पर कहा कि, “ये फिल्म उत्तर प्रदेश के एक गांव में रहने वाली दो दादियों चंद्रो और प्रकाशी तोमर की कहानी है जो अपनी बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए एक स्थानीय शूटिंग रेंज जाना शुरू करती हैं और शार्प शूटर्स के तौर पर प्रत्येक 352 पदक जीतती हैं।इस फिल्म से बतौर निर्देशक अपनी शुरुआत करने वाले तुषार ने इसे सफल बनाने के लिए निर्माताओं का भी धन्यवाद किया।

 

51वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के प्रमुख खंड भारतीय पैनोरमाके लिए कुल 23 फीचर और 20 गैर फीचर फिल्मों को चुना गया है। ये चुनी गई फिल्में 24 जनवरी तक गोवा में चलने वाले इस फिल्म महोत्सव के दौरान सभी पंजीकृत दर्शकों और प्रतिनिधियों के लिए बड़े पर्दे पर दिखाई जाएंगी। देश भर की बेहतरीन फिल्मों को प्रस्तुत करने वाला भारतीय पैनोरमा खंड क्षेत्रीय और प्रतिभाशाली फिल्मकारों को बढ़ावा देने के लिए एक उत्कृष्ट मंच साबित हुआ है।

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