तेलुगू अभिनेत्री श्रावणी ने की खुदकुशी, पूर्व प्रेमी देवराज रेड्डी शक के दायरे में

हैदराबाद।  सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि तेलुगू टेलीविजन अभिनेत्री श्रावणी ने बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मिली जानकारी के मुताबिक तेलुगू टेलीविजन अभिनेत्री कोंडापल्ली श्रावणी ने हैदराबाद में आत्महत्या कर ली है। 26 साल की श्रावणी हैदराबाद के मधुरनगर स्थित अपने घर में फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली थी। परिवार के सदस्यों ने कहा कि वह अपने बेडरूम में गई और दरवाजा बंद कर लिया था। परिवार वालों को लगा कि वह स्नान कर रही है, जब काफी देर तक वह बाहर नहीं निकली तो दरवाजा तोड़ा तो वह फांसी पर लटकी हुई मिली। जब उन्हें अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।



परिवार ने आरोप लगाया है कि श्रावणी ने अपने पूर्व प्रेमी देवराज रेड्डी के उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या करने का कदम उठाया है। पुलिस ने भी बताया है कि परिवार ने श्रावणी के पूर्व प्रेमी देवराज रेड्डी के खिलाफ कुछ दिन पहले मामला दर्ज कराया था। एसआर नगर के इंस्पेक्टर नरसिम्हा रेड्डी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि देवराज के साथ घूमने को लेकर मंगलवार देर रात श्रावणी की अपनी मां और भाई के साथ बहस हुई थी। पुलिस ने देवराज को गिरफ्तार करने के लिए आंध्र प्रदेश के काकीनाडा शहर में एक टीम भेजी है।


श्रावणी के परिवार का आरोप है कि देवराज लगातार श्रावणी को पैसों के लिए परेशान कर रहा था और निजी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की धमकी दे रहा था, इसलिए परिवार ने देवराज को 1 लाख रुपए गूगल पे के माध्यम से दिए थे, लेकिन पैसे लेने के बाद भी वह परेशान कर रहा था और ब्लैकमेल कर रहा था। श्रावणी ने 'मनासु ममता' और 'मौनरागम' जैसे ख्यात टीवी सिरियल में काम किया था।


पुलिस के मुताबिक देवराज को जून में श्रावणी द्वारा शिकायत करने के बाद गिरफ्तार किया गया था, इसमें कहा गया था कि वह श्रावणी से शादी करने के लिए उसे परेशान कर रहा था। परिवार ने भी आरोप लगाया कि देवराज के खिलाफ शिकायत करने के बाद भी पुलिस कार्रवाई करने में विफल रही है। गौरतलब है कि देवराज कुछ महीने पहले टिक-टॉक के माध्यम से अभिनेत्री के संपर्क में आए थे और फिर दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई।


Popular posts from this blog

देवदास: लेखक रचित कल्पित पात्र या स्वयं लेखक

नई चुनौतियों के कारण बदल रहा है भारतीय सिनेमा

‘कम्युनिकेशन टुडे’ की स्वर्ण जयंती वेबिनार में इस बार ‘खबर लहरिया’ पर चर्चा