तेलंगाना में 822 पत्रकार हुए कोरोना संक्रमित, मदद के लिए सरकार ने जारी किए 1.55 करोड़ रुपए

नई दिल्ली। मार्च में कोविड-19 महामारी के शुरू होने के बाद से अब तक तेलंगाना में ड्यूटी पर रहते हुए 822 पत्रकार इसका शिकार हुए हैं। लिहाजा राज्य सरकार ने इन पत्रकारों को वित्तीय सहायता के लिए 1.55 करोड़ रुपए जारी किए हैं। इनमें से बड़ी संख्या में पत्रकार ठीक हुए हैं, वहीं कुछ पत्रकारों ने अपनी जान भी गंवाई है। मीडियाकर्मियों के साथ अनौपचारिक बातचीत में सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार उन सभी पत्रकारों की मदद कर रही है, जो कोविड  से संक्रमित हुए हैं और तेलंगाना में इलाज के लिए उन्हें वित्तीय सहायता की आवश्यकता है।



सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (आईपीआरडी) के साथ तेलंगाना की मीडिया अकादमी के सहायक निदेशक लक्ष्मण कुमार ने कहा कि पत्रकारों की मदद के लिए मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों में कोई भेद नहीं किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा, अगर किसी भी पत्रकार को आर्थिक मदद की जरूरत होती है तो वे हम तक पहुंच सकते हैं। उन्हें सिर्फ अपने अधिकारियों से एक लेटर लेने की जरूरत है, जिसमें कहा जाए कि वे वहां काम कर रहे हैं और उन्हें पे-स्लिप मिल रही है।


पिछले पांच महीनों के दौरान सूचना और जनसंपर्क विभाग  द्वारा 1.55 करोड़ रुपए का फंड जारी किया गया था। लक्ष्मण ने कहा, वित्तीय सहायता केवल पत्रकारों को ही नहीं बल्कि वीडियोग्राफर्स, फोटोग्राफर्स, अखबारों के डेस्क के लोगों और उनके स्ट्रिंगर्स को भी प्रदान की जा रही है। तेलंगाना यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट  और तेलंगाना मीडिया अकादमी भी कुछ आर्थिक मदद देने के लिए आगे आए हैं। तेलंगाना के पत्रकारों के बीच पहली बार रिपोर्ट किए गए मामलों में से एक मई में था, जब एक तेलुगू चैनल के साथ दिल्ली स्थित एक पत्रकार ने कोरोना का टेस्ट करवाया और जिसमे वह पॉजिटिव आया, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। तब तेलंगाना यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स और मीडिया अकादमी ने पत्रकार के अस्पताल में भर्ती होने के लिए 20,000 रुपए की लंबे समय तक आर्थिक मदद की थी। 


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