विज्ञापन पर अधिक निर्भर होने से मीडिया इंडस्ट्री का संकट और गहरा हुआ

मुंबई। विज्ञापन पर ज़रुरत से ज्यादा निर्भर होने से मीडिया इंडस्ट्री का संकट और गहरा हुआ है और अब इंडस्ट्री को इस संकट से बाहर  आने का कोई रास्ता भी नज़र नहीं आ रहा है। मीडिया उद्योग के दिग्गज उदय शंकर ने फिक्की की और से आयोजित सम्मलेन में कल यह बात कही।  स्टार और डिज्नी इंडिया के प्रेसीडेंट उदय शंकर ने यहाँ तक कहा कि  मीडिया और मनोरंजन उद्योग के लिए आज विज्ञापन पर निर्भरता एक ‘बड़ा अभिशाप’ है।



वॉल्ट एंड डिज्नी कंपनी के एशिया प्रशांत के अध्यक्ष शंकर ने कहा कि मीडिया उद्योग में दूरदर्शिता की कमी की वजह यह है कि बरसों से यह काफी हद तक विज्ञापनों पर कुछ अधिक निर्भर रहा है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में बदलान लाने की जरूरत है। इसके लिए जरूरी है कि उपभोक्ता सामग्री या कंटेंट के लिए भुगतान करें। शंकर ने फिक्की फ्रेम्स के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘उद्योग के लिए विशेषरूप से प्रिंट, टीवी और अब डिजिटल के लिए सबसे बड़ा अभिशाप विज्ञापन पर कुछ जरूरत से ज्यादा निर्भरता है।’’ उन्होंने कहा कि आज यह उद्योग बढ़कर 20 अरब डॉलर का हो गया है। इसमें से 10 अरब डॉलर के राजस्व का योगदान अकेले विज्ञापन का है।


शंकर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर मीडिया उद्योग उपभोक्ताओं के साथ अपने संबंधों के बल पर आगे बढ़ा है। शंकर ने स्पष्ट शब्दों में अपनी बात रखते हुए कहा, ‘‘हम सभी इसके लिए दोषी हैं। हमने दूरदर्शिता नहीं दिखाई, हमने अपने उत्पाद पर सब्सिडी लेने का प्रयास किया और छोटी चुनौतियों के लिए अड़चनें खड़ी कीं।’’उन्होंने कहा, ‘‘यदि हमें उद्योग को अगले स्तर पर ले जाना है, तो एक चीज निश्चित रूप से करने की जरूरत है। वह है, उपभोक्ता जो इस्तेमाल करें, उसके लिए भुगतान करें। इसके लिए हमें अपनी क्षमता का इस्तेमाल करना होगा और इच्छाशक्ति दिखानी होगी।’’ उन्होंने कहा कि वह उद्योग की लॉबी से जुड़े हुए हैं और देखा है कि पिछले कुछ साल में चीजें काफी बदल गई हैं। शंकर ने कहा कि इस साल कोविड-19 की वजह से उद्योग को बड़ा झटका लगेगा। विज्ञापन पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता से इसका प्रभाव और अधिक ‘कष्ट’ देने वाला होगा।


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