जयपुर के बाद अब उदयपुर में भी उठने लगी फिल्मसिटी के निर्माण की मांग

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में फिल्मसिटी का निर्माण करने की मांग करीब दो दशक से उठाई जा रही है, लेकिन फिलहाल इस मांग के पूरा होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इस बीच झीलों की नगरी उदयपुर के लोगों ने भी शहर में फिल्म उद्योग से जुड़े पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए फिल्मसिटी का निर्माण करने की मांग सरकार से की है।



दरअसल हाल के दौर में उदयपुर फिल्म निर्माताओं के लिए पसंदीदा शहर के रूप में उभरा है और जयपुर और जोधपुर के बाद अब उदयपुर में भी बड़ी संख्या में फिल्मों और टीवी धारावाहिकों की शूटिंग होने लगी है। फिल्मकारों के इस बढ़ते रुझान को देखते हुए उदयपुर चैंबर ऑफ़  काॅमर्स एंड इंडस्ट्री (यूसीसीआई) ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि वह उदयपुर में फिल्मसिटी बनाने का एक ठोस प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार के पास भेजे।


हाल के दौर में ‘धड़क‘ और ‘अंग्रेजी मीडियम‘ जैसी फिल्मों को सिने प्रेमियों ने बहुत पसंद किया है और संयोग से इन दोनों फिल्मों में उदयपुर शहर का इस्तेमाल कहानी के एक प्रमुख किरदार के तौर पर किया गया है। 'रामलीला', 'प्रेम रतन धन पायो', 'ये जवानी है दीवानी' जैसी अनेक और भी ऐसी फ़िल्में हैं, जिनमे उदयपुर के बेहद खूबसूरत लोकेशंस का इस्तेमाल किया गया है। 


यूसीसीआई के अध्यक्ष रमेशकुमार सिंघवी कहते हैं कि उदयपुर के स्थानीय मनोरंजन व मीडिया उद्योग से लगभग तीन हज़ार लोग जुडे हुए हैं जिनमें स्थानीय कलाकार, अभिनेता, फिल्म निर्माता, कहानी लेखक, निर्देशक, रेडियो प्रोग्रामर, टीवी एंकर, एडिटर, विडियोग्राफर, डिजाईनर, केटरर तथा लॉजिस्टिक्स सपोर्ट मुहैया कराने वाले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि समय के साथ ही उदयपुरवासियों की भी थियेटर, ग्लैमर इवेन्ट्स, फैशन शो और म्युजिकल कन्सर्ट्स के प्रति रूचि बढी है। उदयपुर में आयोजित किए जा रहे ऐसे कार्यक्रमों के लिए एक अलग प्लेटफार्म की आवश्यकता है। इसके लिए विशेष तरह का ऑडिटोरियम होना चाहिए जिसमें थियेटर तथा अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा सकें। साथ ही  गांधीनगर अथवा प्रगति मैदान की तर्ज पर एक विशाल प्रदर्शनी स्थल एवं कन्वेनशन सेन्टर की स्थापना की जा सकती है जो कि फिल्मसिटी में ही शामिल हों। ऐसी विशिष्ट व्यवस्था उदयपुर में बढते हुए कॉर्पोरेट कार्यक्रमों तथा डेस्टीनेशन वेडिंग के लिए भी उपयोगी साबित होगी।


सिंघवी ने बताया कि उदयपुर सम्भाग में फिल्मांकन करने के लिए मनोरंजन उद्योग के प्रति जो रूचि है उसे देखते हुए हमें पर्यटन के लिए और अधिक सम्भावनाएं तलाशने के प्रयास करने चाहिए। इन सभी तथ्यों के मद्देनजर यूसीसीआई ने राजस्थान सरकार को एक प्रतिवेदन प्रेषित कर उदयपुर में फिल्मसिटी की स्थापना किए जाने की मांग रखी है।


राज्य सरकार को भेजे प्रतिवेदन में यह सुझाव भी दिया गया है कि फिल्मसिटी परियोजना का पब्लिक-प्राईवेट-पार्टनरशिप प्रोजेक्ट के तहत क्रियान्वयन किया जाए। यूसीसीआई ने सरकार को यह सुझाव भी दिया है कि इसके लिए एक ’स्पेशल परपज एनटिटी‘ (एस.पी.ई.) बनाकर भूमि का शीघ्र आवन्टन किया जाए ताकि फिल्मसिटी का कार्य शुरू हो सके। 


 


Popular posts from this blog

देवदास: लेखक रचित कल्पित पात्र या स्वयं लेखक

नई चुनौतियों के कारण बदल रहा है भारतीय सिनेमा

‘कम्युनिकेशन टुडे’ की स्वर्ण जयंती वेबिनार में इस बार ‘खबर लहरिया’ पर चर्चा