दुनिया के कई बड़े कारोबारियों और नेताओं के ट्विटर अकाउंट हैक

नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी एलन मस्क, जेफ़ बेज़ोस और बिल गेट्स समेत दुनिया के कई बड़े कारोबारियों और नेताओं के ट्विटर अकाउंट हैक कर लिए गए हैं। इस हैक को किंग बिटक्वाइन स्कैम कहा जा रहा है। हैक किए गए अकाउंटों पर किए गए पोस्ट में लोगों से बिटक्वाइन में दान मांगा गया है। बिल गेट्स के अकाउंट से किए गए ट्वीट में कहा गया, "हर कोई मुझसे समाज को वापस लौटाने के लिए कहता रहा है, अब वो समय आ गया है। आप मुझे एक हज़ार डॉलर भेजिए मैं आपको दो हज़ार डॉलर वापस भेजूंगा।"



टेस्ला और स्पेस एक्स के प्रमुख एलन मस्क के अकाउंट से पोस्ट किए गए ट्वीट में भी कहा गया कि अगले एक घंटे तक बिटक्वाइन में भेजे गए पैसों को दोगुना करके वापस लौटाया जाएगा। बिटक्वाइन के पते के लिंक के साथ ट्वीट में लिखा गया, "मैं कोविड महामारी की वजह से दान कर रहा हूं।" पोस्ट किए जाने के चंद मिनट के भीतर ही ये ट्वीट डिलीट हो गए।


बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार अमरीका के मशहूर रैपर कानये वेस्ट, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन के अलावा दुनिया की बड़ी कंपनियों में शामिल उबर और एपल के अकाउंट भी हैक किए गए। कुछ ही देर में हैकरों को सैकड़ों लोगों ने एक लाख डॉलर से अधिक भेज दिए। जिन अकाउंट को निशाना बनाया गया उन सबके दसियों लाख फॉलोअर्स हैं। ट्विटर ने कहा है कि वो इस हैकिंग की पूरी जांच कर रहा है और जब तक इस घटना की जांच की जा रही है, पासवर्ड रीसेट नहीं किए जा सकेंगे और ट्वीट भी नहीं किए जा सकेंगे।कई यूज़र्स ने लिखा है कि वो ट्विटर पर ट्वीट नहीं कर पा रहे हैं। एफ़बीआई के सेन फ्रांसिस्को फ़ील्ड ऑफ़िस ने एक बयान जारी कर कहा है कि "ऐसा लग रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड के लिए अकाउंट को हैक किया गया है। हम लोगों को आगाह करते हैं कि इस तरह के किसी मैसेज के झांसे में न पड़ें और क्रिप्टोकरेंसी या पैसे किसी को न भेजें।"


साइबर सिक्योरिटी रिपोर्टर जो टाइडी का कहना है कि "हैक को देख कर लगता है कि हैकर्स ट्विटर के एडमिनिस्ट्रेटिव प्रिविलेज हासिल करने में कामयाब रहे हैं।  ऐसे में उनके पास इतनी शक्ति थी कि वो कुछ भी कर सकते थे, लेकिन उन्होंने कुछ लोगों के नाम का इस्तेमाल किया और कुछ ब्रांड को नुक़सान  पहुंचाने की कोशिश की। इसका उद्देश्य साफ़ था, वो कम से कम समय में जितना हो सके अधिक पैसा बनाना चाहते थे।" ट्विटर ने कहा है कि वो इस घटना की जांच कर रहा है और अब तक जो जानकारी मिल सकी है उसके अनुसार ये एक समन्वय के साथ किया गया हैक है, जिसमें हैकर्स ने कुछ ऐसे कर्मचारियों को निशाना बनाया है जिनके पास ट्विटर के इंटर्नल सिस्टम और टूल्स की ऐक्सेस था। 


 


 


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