ऐतिहासिक स्मारकों में फिल्मों की शूटिंग की इजाजत मिलेगी
नई दिल्ली। अब देश के संरक्षित स्मारकों में फिल्मों की शूटिंग हो सकेगी। केंद्र सरकार इस बारे में इसी महीने फैसला लेगी और दिशा-निर्देश जारी करेगी। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल के मुताबिक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग इस पर विचार कर रहा है कि कम लोकप्रिय और भूले-बिसरे स्मारकों में फिल्मों की शूटिंग की इजाजत दी जाए।
प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, 'मैं फिल्म उद्योग से अपील करता हूं कि वो ऐसे स्मारकों में अपनी फिल्मों की शूटिंग को प्राथमिकता दें, जिनका इतिहास में तो महत्व बहुत है, लेकिन लोग इनके बारे में उतना नहीं जानते हैं। इस नई साझेदारी से फिल्म जगत को नए लोकेशन मिलेंगे और सरकार का राजस्व बढ़ेगा। कोरोना वायरस का संकट खत्म होने के बाद इस पर फिल्म उद्योग ध्यान देगा, तो बड़ा बदलाव आएगा।'
केंद्रीय राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि फिल्म उद्योग खासकर उत्तर पूर्व और हिमालय के आंचल में शूटिंग को बढ़ावा दे, तो देश में घरेलू पर्यटन को भी अपने आप बढ़ावा मिलेगा। पटेल ने इस बात पर भी उम्मीद जताई कि कोरोना संकट के बाद देश में स्वास्थ्य पर्यटन यानी वेलनेस टूरिज्म बेहतरीन ढंग और खूब तेजी से बढ़ेगा।
पटेल का यह बयान उस समय सामने आया है, जब भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। कोरोना वायरस के चलते पर्यटन भी प्रभावित हुआ है। ऐतिहासिक स्मारकों समेत अन्य पर्यटन स्थलों में लोगों की आवाजाही बहुत कम हो रही है। वहीं, भारत में कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।