कोरोना की आड़ में सरकारें प्रेस की आजादी को कुचलने की कोशिश में 

 

 

जयपुर। कोरोना वायरस को लेकर इन दिनों दुनिया भर में बवाल मचा हुआ है। इधर दुनिया भर में प्रेस की स्वतंत्रता पर भी खतरा मंडरा रहा है। प्रेस  से जानकारियां छिपाकर सरकारें अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही हैं। साथ ही सरकारों को मानो प्रेस की आजादी खत्म करने का जैसे मौका मिल गया हो। कुछ देशों की सरकारों के क्रियाकलापों को देखें तो लगता है जैसे मानो उन्हें इसी स्वर्णिम मौके की तलाश थी।

चीन सरकार इसका ज्वलंत उदाहरण है। चीन ने अपने लोगों से और दुनिया भर से कोरोना वायरस की जानकारी को हर संभव प्रयास कर दबाए रखने की कोशिश की वहीं चीन में प्रेस की स्वतंत्रता पर आघात कर उसे जानकारी लोगों तक पहुंचाने नहीं दी गई जिसका खामियाजा आज पूरा विश्व उठा रहा है।


इस बीच, पेरिस की एक संस्था "रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स" जो कि पत्रकारों की स्वतंत्रता एवं सूचना के अधिकार की रक्षा के लिए पूरी तरह से एक गैर सरकारी संगठन है ने पत्रकार संगठनों और संस्थाओं को सचेत किया है कि कहीं दुनिया भर में कोरोना जैसी महामारी प्रेस की स्वतंत्रता के लिए खतरा न बन जाए।

वैश्विक मीडिया स्वतंत्रता के अपने वार्षिक मूल्यांकन में समूह द्वारा चेतावनी जारी की गई है कि विभिन्न देशों की सरकारें इस स्वास्थ्य संकट का बहाना बनाकर साधारण स्थिति में जो कदम ना उठाए जा सकते हो उनको उठाने के लिए इस परिस्थिति का लाभ उठा सकती हैं। शहरों में राजनीतिक गतिविधियां नहीं हो रही है जनता परेशान है और प्रदर्शनों का तो सवाल ही नहीं उठता, तो ऐसे में प्रेस की आजादी को आसानी से दबाया जा सकता है और फिर जिन देशों में प्रेस को थोड़ी भी स्वतंत्रता है वहां की सरकारें तो ऐसा करने का मौका कभी नहीं छोड़ना चाहेंगी।

हालांकि पत्रकार संगठन की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में प्रेस की स्वतंत्रता को संतोषजनक बताया गया है लेकिन सार्वजनिक तौर पर पत्रकारों की निंदा उन पर मंडराता खतरा और पत्रकारों को परेशान करना एक गंभीर समस्या बना हुआ है।

जानकारों के अनुसार प्रेस की स्वतंत्रता के सूचकांक में सबसे निचले स्तर पर उत्तर कोरिया का नाम आता है वहीं 180 देशों एवं क्षेत्रों की रैंकिंग में नार्वे 2019 की तरह आज भी पहले स्थान पर है इधर भारत इस सूची में 142वें स्थान पर, पाकिस्तान 145वें स्थान पर और चीन 177वें स्थान पर है, अमेरिका का स्थान इस सूची में 45 नंबर पर है।

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