अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या का दोषी छूटते ही फिर हिरासत में

नई दिल्ली।  अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के दोषी उमर सईद शेख को पाकिस्तान में एक अदालत द्वारा रिहा करने के एक दिन बाद ही फिर से हिरासत में ले लिया गया है। पर्ल को फरवरी 2002 में कराची में अगवा कर के मार दिया गया था। 


अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के दोषी अहमद उमर सईद शेख को पाकिस्तान में शुक्रवार तीन अप्रैल को फिर से हिरासत में ले लिया गया। ब्रिटिश-पाकिस्तानी मूल के शेख को एक ही दिन पहले एक अदालत ने रिहा किया था। लेकिन शुक्रवार को पाकिस्तान के दक्षिणी प्रांत सिंध के गृह मंत्रालय ने कहा कि शेख और उनके साथ पर्ल की हत्या के तीन और आरोपी तीन और महीन जेल में रहेंगे। डेनियल पर्ल वॉल स्ट्रीट जर्नल के दक्षिण एशिया संवाददाता थे और मुख्यतः नई दिल्ली से काम करते थे। फरवरी 2002 में कराची में उन्हें अगवा कर के मार दिया गया था। वे उस समय अमेरिका में सितंबर 2001 में हुए आतंकवादी हमले के बाद कराची में इस्लामिक आतंकवादियों की तफ्तीश कर रहे थे।



अमेरिकी प्रोफेसर और लेखिका असरा नोमानी के साथ  पत्रकार डेनियल पर्ल


उनके मारे जाने की पुष्टि तब हुई जब उनके सिर को काट दिए जाने का एक वीडियो जारी हुआ। उनके हत्यारों को एक आतंक-विरोधी ट्रिब्यूनल के द्वारा मौत की सजा दी गई थी। पाकिस्तान की एक अदालत ने गुरुवार को उनकी मौत की सजा को सात साल जेल की सजा में बदल दिया था। इससे ज्यादा समय वह पहले ही जेल में काट चुके हैं। उनके तीन साथी जिन्हें शुरुआत में आजीवन कारावास की सजा मिली थी, उन्हें भी छोड़ दिया गया।


लेकिन शुक्रवार को उन्हें फिर से हिरासत में ले लिया गया, एक ऐसे कानून के तहत जो पाकिस्तानी एजेंसियों को तीन महीने तक बिना किसी आरोप के किसी को भी हिरासत में रखने की आजादी देता है। अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने उनकी रिहाई को आतंकवाद के शिकार लोगों के लिए बेइज्जती बताया है।  पाकिस्तान के विदेश मंत्री शहद महमूद कुरेशी ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार उनकी रिहाई के खिलाफ अपील के बारे में विचार करेगी।


पर्ल की हत्या में शेख की भूमिका पर विवाद तब खड़ा हो गया था जब एक और आतंकवादी खालिद शेख मोहम्मद ने एक अमेरिकी सैन्य ट्रिब्यूनल के सामने दावा किया था कि पर्ल की हत्या उसने की थी। शेख मोहम्मद 11 सितंबर 2001 के हमलों के कथित मास्टरमाइंड में से एक था।


 


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