आस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड और फिजी में सभी सिनेमाघर 8 हफ़्तों के लिए बंद

मुंबई । पहले से ही संकट से जूझ रहे भारतीय फिल्म उद्योग के लिए आस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड और फिजी से एक और बुरी ख़बर आई है। भारतीय फ़िल्मों की ओवरसीज़ टेरीटरी से जुड़े इन देशों ने अगले 8 हफ़्तों तक सिनेमाघरों को बंद करने का फ़ैसला किया है, जिससे फ़िल्म उद्योग को भारी नुक़सान होने की आशंका  है।



कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में सभी सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश पहले ही जारी किया जा चुका है। अब ओवरसीज़ से भी फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए झटका देने वाली ख़बर आई  है। ट्रेड विश्लेषक तरण आदर्श ने ट्वीट करके यह अहम जानकारी दी है। ट्वीट के मुताबिक़, इवेंट और विलेज थिएटर कंपनियों ने आस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड और फिजी में सभी सिनेमाघरों को अगले 8 हफ़्तों यानि मई के अंत तक बंद करने का फ़ैसला किया है। इवेंट सिनेमा कंपनी की प्रेस रिलीज़ में बताया गया है कि यह निर्देश 23 मार्च से ही लागू हो गया है। 


भारत में अभी तक के निर्देशों के मुताबिक सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद रखा जाना है। वहीं, देश के कई राज्यों में 31 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया गया है। यानि आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभ ऑफ़िस, दुकानें, स्कूल बंद रहेंगे। ज़ाहिर है कि अगर पहली अप्रैल से भारत में फ़िल्में रिलीज़ होना शुरू हो भी होती हैं तो न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और फिजी में रिलीज़ नहीं हो सकेंगी। भारतीय फ़िल्म इंडस्ट्री के कारोबार में इन तीनों ही देशों का बड़ा योगदान रहता है। इन देशों में भारतीय दर्शकों की बड़ी आबादी होने की वजह से फ़िल्में अच्छा कारोबार करती हैं। ऐसे में आने वाली फ़िल्मों के लिए यह एक बड़ा झटका है। 


न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और फिजी में बंदी का असर जिन फ़िल्मों पर पड़ेगा, उनमें अक्षय कुमार की सूर्यवंशी और लक्ष्मी बम, रणबीर सिंह की 83 द फ़िल्म और सलमान ख़ान की राधे शामिल हैं। सूर्यवंशी पहले 24 मार्च को रिलीज़ होने वाली थी, जो अब अनिश्चित काल के लिए टल गयी है। हाल ही में 83 की रिलीज़ स्थगित करने का एलान मेकर्स ने किया था। वहीं, लक्ष्मी बम और राधे मई में ईद पर आने वाली थीं। 


Popular posts from this blog

देवदास: लेखक रचित कल्पित पात्र या स्वयं लेखक

नई चुनौतियों के कारण बदल रहा है भारतीय सिनेमा

‘कम्युनिकेशन टुडे’ की स्वर्ण जयंती वेबिनार में इस बार ‘खबर लहरिया’ पर चर्चा