डिजिटल विज्ञापनों का बाजार 5 साल में 50 हज़ार करोड़ के पार होगा

जयपुर।  डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री में  एडवर्टाइजिंग खर्च को लेकर जारी एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 तक डिजिटल एडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री 50000 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर सकती है। 'डी ए एन -ई 4 एम' की इस रिपोर्ट को हाल ही नई दिल्ली में  इंडस्ट्री के दिग्गजों की मौजूदगी में जारी किया गया। यह इस रिपोर्ट का चौथा एडिशन है।


रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय एडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री के समग्र विकास का आकलन करें तो वर्ष 2018 के बाद यह 9.4 प्रतिशत की दर से बढ़कर वर्ष 2019 के अंत तक 68475 करोड़ रुपए की हो चुकी है और अनुमान है कि 10.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह 75952 करोड़ रुपए की हो जाएगी। इसके साथ ही यह भी अनुमान लगाया गया है कि सीएजीआर  में 11.83 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ वर्ष 2025 तक यह 1,33,921  करोड़ रुपए का आंकड़ा छू लेगी। इस रिपोर्ट के अनुसार, डिजिटल एडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री काफी मजबूत बनी हुई है और इसमें 27 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी के साथ वर्ष 2020 के आखिरी तक यह 17377 करोड़ रुपए की हो सकती है। 



डेंट्सू एजिस नेटवर्क के सीईओ (एशिया पैसिफिक) और चेयरमैन (इंडिया) आशीष भसीन ने कहा, ‘मीडिया और एडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री तेजी से बदल रही है और डिजिटल इसमें निश्चित रूप से अपनी पकड़ मजबूत बना रहा है। उम्मीद है कि वर्ष 2020 में देश में एडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री में बड़े बदलाव के साथ ही डिजिटल काफी बड़ा माध्यम बन सकता है। वास्तव में वर्ष 2021 तक इसकी ग्रोथ प्रिंट से आगे निकल जाएगी। इस वृद्धि के बावजूद डिजिटल के लिए एक कॉमन मीजरमेंट प्रणाली तय करने के लिए इंडस्ट्री एक साथ एक मंच पर आने में विफल रही है। डेंट्सू एजिस नेटवर्क विकास की इस दौड़ में सबसे आगे है और डिजिटल के बारे में और ज्यादा जानकारी रखने की जरूरत को समझता है।'


डिजिटल विज्ञापनों की दौड़ में टेलीविज़न सबसे आगे बना हुआ है। मीडिया खर्च में इसका सबसे ज्यादा शेयर 39 प्रतिशत (26,869 करोड़ रुपए) है, जबकि 29 प्रतिशत शेयर (20,110 करोड़ रुपए) के साथ प्रिंट मीडिया दूसरे नंबर पर है। डिजिटल मीडिया की बात करें तो 20 प्रतिशत शेयर (13,683 करोड़ रुपए) के साथ यह तीसरे नंबर पर है। इस रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि इस साल यानी वर्ष 2020 में टीवी पर विज्ञापन खर्च में 10 प्रतिशत की ग्रोथ होगी और इसका शेयर ज्यों का त्यों बना रहेगा, वहीं प्रिंट मीडिया के मार्केट शेयर में तीन प्रतिशत की ग्रोथ होगी, लेकिन इसका शेयर 27 प्रतिशत रह जाएगा।  


 


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