तीस मीडिया घरानों को प्रदान किया पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मीडिया सम्मान
जावड़ेकर ने लोकमान्य तिलक को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 'स्वराज्य' के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए 'केसरी' समाचार पत्र को एक माध्यम के रूप में लॉन्च किया था। उन्होंने कहा कि आज मीडिया संगठन 'सुराज' के प्रति अधिक से अधिक जन जागरूकता पैदा कर रहे हैं जहाँ सभी के लिए अच्छी स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और नागरिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। उन्होंने इसे भारत के मजबूत लोकतंत्र की निशानी बताया।
जावड़ेकर ने योग को रोगमुक्त स्वास्थ्य की सबसे बड़ी कुंजी बताया। जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन और प्रयासों की वजह से एक भारतीय ब्रांड योग को वैश्विक सम्मान मिला है। उन्होंने याद दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र ने भारी बहुमत के साथ भारत के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के प्रस्ताव का समर्थन किया था। उन्होंने पुरस्कार प्राप्त करने वाले और निर्णायक मंडल के सदस्यों को बधाई और धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद येसो नाइक ने योग दिवस मीडिया सम्मान की इस नई पहल के सफल आयोजन के लिए सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को बधाई दी। उन्होंने योग को हमारी सभ्यता की एक प्राचीन धरोहर बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से व्यक्ति मानसिक और शारीरिक रूप से सुखी रह सकता है।
अपने संबोधन में निर्णायक के अध्यक्ष और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सी.के. प्रसाद ने योग को शून्य जोखिम और महत्वपूर्ण लाभ के साथ निवेश के रूप में वर्णित किया। इससे पहले अपने स्वागत भाषण में सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव विक्रम सहाय ने कहा कि ये पुरस्कार प्रेस की स्वतंत्रता में मजबूत विश्वास, और महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया सामाजिक और सार्वजनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं पर लोगों के बीच जागरूकता का प्रसार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।