राजस्थान की धरोहर को दर्शाती फिल्म 'चिड़ी बल्ला' से होगी जिफ की शुरुआत

जयपुर।  जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की दूसरी ओपनिंग फिल्म के तौर पर 'चिड़ी बल्ला' को चुना गया है।  राजस्थानी भाषा में बनी एक घण्टे 51 मिनट की यह फीचर फिल्म राजस्थान की कला, खेल और संस्कृति की ख़ासियत बताती हुई आगे बढ़ती है।



जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के प्रवक्ता राजेंद्र बोड़ा ने बताया कि इस बार फेस्टिवल में आयोजित हो रहा जयपुर फिल्म मार्केट भी बहुत ख़ास होगा, चूंकि यहां दुनिया के विविध देशों से आए फिल्म वितरक, निर्देशक और निर्माता अपनी फिल्मों को अधिकाधिक लोगों तक पहुंचा सकेंगे।


फेस्टिवल में फिल्मप्रेमियों के लिए कुछ स्पेशल शोज़ रखे गए हैं। इनमें वी. शांताराम की साम्प्रदायिक एकता पर आधारित फिल्म पड़ौसी का प्रदर्शन ख़ास होगा। वी. शांताराम के फैन्स के लिए यह फिल्म 20 जनवरी को शाम 6 बजे आइनॉक्स [जी. टी. सेन्ट्रल] के स्क्रीन 1, ऑडी 1 में दिखाई जाएगी।


वर्ष 1961 में बनी फिल्म हम दोनों अपने ज़माने की लोकप्रिय फिल्म रही है। फिल्म की कहानी मोटे तौर पर बंगाली फिल्म उत्तरायन पर आधारित है। फिल्म की कहानी दूसरे विश्व युद्ध के समय पर आधारित है। देवानन्द के प्रशंसकों के लिए, इस फिल्म का प्रदर्शन 19 जनवरी को शाम 6 बजे आइनॉक्स [जी.टी. सेंट्रल] में स्क्रीन 1, ऑडी 1 में होगा।


विशेष रूप से मीडियाकर्मियों और पत्रकारों के लिए हरीदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय की ओर से यह स्पेशल नॉन कॉमर्शिल स्क्रीनिंग रखी गई है।फिल्म का प्रदर्शन 19 जनवरी को 12 बजे, आइनॉक्स [जी.टी. सेंट्रल] में स्क्रीन 1, ऑडी 1 में होगा। स्पॉटलाइट एक अमेरीकन बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन टॉम मैकेर्थी ने किया है। 2015 में बनी यह फिल्म अमेरीका के सबसे पुराने अख़बार की खोजी पत्रकारिता के बारे में है।उल्लेखनीय है कि स्पॉट लाइट टीम को इन न्यूज़ स्टोरीज़ के लिए पब्लिक सर्विस के लिए पुलित्जर प्राइज 2003 दिया गया। फिल्म बेस्ट पिक्चर के लिए ऑस्कर अवॉर्ड हासिल कर चुकी है।


18 जनवरी को सुबह 11 बजे जयपुर फिल्म मार्केट का उद्घाटन होटल क्लार्क्स आमेर में होगा, जहां अभिनेत्री दीया डे मंच संचालन करेंगी। यहीं 18 जनवरी से 20 जनवरी तक सिने जगत् से जुड़ी चर्चाएं और संवाद होंगे, जिसमें फिल्मी दुनिया की जानी - मानी शख्सियतें लोगों से रूबरू होंगी। डॉयलॉग सैशंस में 50 से अधिक मलयालम फिल्में बना चुके हरीहरन, राइटर – डायरेक्टर पाखी ए. टायरवाला, तनु वेड्स मनु रिटन्स, तुम्बाड, वीरे दी वैडिंग, हिचकी और उरी जैसी फिल्मों में लिरिक्स राइटर रहे राज शेखर, पत्रकार और लेखक तेजपाल सिंह धामा, जिनके उपनायस अग्नि की लपटें पर पद्मावत फिल्म बनी है, ऑस्ट्रेलिया के फिल्म मेकर मयूर कटारिया, आइनॉक्स के सी.एम.ओ. सौरभ वर्मा, शॉर्ट्स टीवी यू.एस.ए. के सी.ई.ओ. कार्टर पिल्चर, फिल्म आलोचक अजय ब्रह्मात्मज, एनिमेशन फिल्म डिज़ाइनर धिगमन्त व्यास, गैंग्स ऑफ वासेपुर और पान सिंह तोमर के डायरेक्टर और राइटर तिग्मांशु धूलिया, वज़ीर फिल्म के डायलॉग राइटर अभिजीत देशपाण्डे, बाला और तारक मेहता का उल्टा चश्मा के लेखक निरेन भट्ट, लाल कप्तान के लेखक दीपक वेंकटेशन, इंद्रनील घोष, गुड न्यूज फिल्म की राइटर ज्योति कपूर, डायरेक्टर, मुम्बई टॉकीज की फाउंडर सीमा देसाई और ग्रीस की अभिनेत्री मारिया एलेक्सा फिल्मों से जुड़े अहम् मसलों पर अपनी बात रखेंगे।


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