प्रेम चोपड़ा और शाजी एन. करुण के नाम रहे जिफ के अवॉर्ड

 


जयपुर। शुक्रवार को पांच दिवसीय जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल [जिफ] 2020 का भव्य आगाज़ हुआ। शहर के महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम में सिनेमाई रंगों से सराबोर इस शाम की शानदार शुरुआत हुई। दर्शकों से खचाखच भरे ऑडिटोरियम में जिफ के 12वें संस्करण का उद्घाटन समारोह हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं राज्य के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह भी जिफ की ओपनिंग सेरेमनी में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।


फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बॉलीवुड की भूमिका हमेशा से महत्वपूर्ण रही है, और जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ने सिनेमा को और विस्तार दिया है। उन्होने मेहमानों का हार्दिक स्वागत करते हुए यह आश्वासन भी दिया कि फेस्टिवल को सरकार की ओर से हर सम्भव सहयोग मिलता रहेगा।


जिफ के फाउंडर – डायरेक्टर हनु रोज ने कहा कि जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के ज़रिए फिल्मों का कल्चर दुनिया के कोने – कोने तक पहुंचा है। हनु ने बताया कि जिफ आने वाले सालों में कई नए प्रोजेक्ट्स लेकर आ रहा है।



मशहूर अभिनेता प्रेम चोपड़ा को दिया गया जिफ 2020 - एवरग्रीन स्टार अचीवमेंट अवॉर्ड - प्रेम चोपड़ा अपने ज़माने के लोकप्रिय खलनायक रहे हैं। 60 बरसों में 380 से अधिक फिल्मों में अपना जादू चला चुके चोपड़ा को हम हालिया सालों में भी रुपहले पर्दे पर देखते रहे हैं। जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2020 के उद्घाटन समारोह में चोपड़ा को एवरग्रीन स्टार अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाज़ा गया। जब मंच से मशहूर अभिनेता प्रेम चोपड़ा ने प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा डायलॉग बोला, तो दर्शकों ने ज़ोरदार तालियां बजाकर इसका आनन्द लिया। फैंस के उत्साह से यह देखते ही ज़ाहिर हो रहा था कि आज भी लोग किस कदम उनके दीवाने हैं। चोपड़ा ने फेस्टिवल का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि ऑडियंस ही अभिनेता को सफल बनाती है। ये उनके चाहने वाले ही हैं, जिन्होने उन्हे अब तक इतना प्यार दिया है।


वहीं जिफ की ओर से शाजी एन. करुण को प्रदान किया गया - आउटस्टैंडिंग लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड 2020। करुण जाने – माने फिल्म निर्देशक और सिनेमेटोग्राफर हैं। ये केरला स्टेट चलचित्र एकेडमी के प्रीमियर चेयरमैन रहे हैं। गौरतलब है कि यह एकेडमी भारत की पहली फिल्म और टीवी एकेडमी है। वहीं,1998 से 2001 तक ये इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ केरला के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन भी रहे हैं और वर्तमान में केरला स्टेट फिल्म डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के चेयरमैन हैं। 


Popular posts from this blog

देवदास: लेखक रचित कल्पित पात्र या स्वयं लेखक

नई चुनौतियों के कारण बदल रहा है भारतीय सिनेमा

‘कम्युनिकेशन टुडे’ की स्वर्ण जयंती वेबिनार में इस बार ‘खबर लहरिया’ पर चर्चा