फिल्म इंस्टीट्यूट के सहयोग से स्टोरी टेलिंग वर्कशॉप



जयपुर। जवाहर कला केंद्र में सोमवार को विज़ुअल स्टोरीटेलिंग  के बुनियादी कोर्स की शुरूआत हुई। एक सप्ताह के इस कोर्स की यह वर्कशॉप फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई), पुणे और जवाहर कला केंद्र (जेकेके) की ओर से आयोजित की जा रही है। इसमें प्रसिद्ध सिनेमेटोग्राफर व फिल्म निर्देशक रीतेश टकसंडे व प्रसिद्ध विजुअल स्टोरी टेलर, डॉ. तबीना अंजुम कुरैशी प्रशिक्षण दे रही हैं। 




प्रतिभागियों को उनकी स्टोरी टेलिंग की स्वाभाविक क्षमता का अहसास कराने के उद्देश्य से हो रही इस वर्कशॉप में सात राज्यों के 16 से 78 वर्ष की आयु के 34 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। उद्घाटन के मौके पर एफटीआईआई, पुणे के फिल्म एप्रिसिएशन कोर्स के डायरेक्टर, प्रोफेसर पंकज सक्सेना ने वर्तमान दौर में विजुअल्स की भूमिका के बारे में बताया।


वर्कशॉप के प्रथम दिन प्रतिभागियों को विजुअल स्टोरी टेलिंग के साधनों की जानकारी दी गई और फोटोग्राफ व फिल्म की मूल बातें बताई गई। आगामी दिनों में प्रतिभागियों को फोटोग्राफी, फिल्म मेकिंग व लेखन के जरिए विज़ुअल स्टोरी टेलिंग आर्ट का अभ्यास कराया जाएगा। नवोदित कहानीकारों को शॉर्ट एक्सरसाइजेज की श्रृंखला के जरिए किसी भी आइडिया को जानने व महसूस करने की बारीकियां सिखाई जाएगी। साथ ही, विभिन्न फोटोग्राफ्स अथवा मूवी के जरिए स्टोरी का निर्माण करने की जानकारी भी दी जाएगी। उन्हें इन माध्यमों के जरिए विचार की अभिव्यक्ति की प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा।

वर्कशॉप के समापन अभ्यास में प्रतिभागी अपने द्वारा तैयार की गई कहानियों की व्याख्या करेंगे। प्रतिभागी शॉर्ट फिल्म्स व फोटो स्टोरीज की श्रृंखला तथा लघु काल्पनिक कथा व कविता के माध्यम से इन कहानियों का वर्णन कर सकेंगे।

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