मलाला यूसुफजई की बायोपिक ‘गुल मकई’ अगले महीने होगी रिलीज़


जयपुर।  नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई की बायोपिक 'गुल मकई' की 31 जनवरी को रिलीज़ होगी।  अमजद खान के निर्देशन में बनी इस फिल्म में मलाला का किरदार रीम शेख ने निभाया है। रीम इससे पहले 'ना आना इस देस लाडो' और 'दीया और बाती हम' जैसे टीवी शोज में नजर आ चुकी हैं। इस फिल्म में अतुल कुलकर्णी, दिव्या दत्ता, पंकज त्रिपाठी और स्व. ओम पुरी जैसे कलाकार भी नजर आएंगे। मलाला पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात जिले में स्थित मिंगोरा की रहने वाली हैं। उन्होंने 11 साल उम्र से ही 'गुल मकई' नाम की अपनी डायरी के जरिए तालिबान के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया था। मलाला ने तालिबान के स्कूल न जाने फरमान के बावजूद लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रेरित करने का अभियान जारी रखा।



अक्टूबर 2012 में स्‍कूल से लौटते वक्‍त मलाला पर आतंकियों ने हमला किया। उन्हें सिर में गोली मारी गई। उन्हें इलाज के लिए पेशावर फिर लंदन ले जाया गया। वे पूरी तरह ठीक हो गईं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा वहीं पूरी की। मलाला को उनकी इस बहादुरी के लिए दुनियाभर में सम्मानित भी किया गया। 2014 में उन्हें भारत के कैलाश सत्यार्थी के साथ शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया।


मलाला की बायोपिक को अमजद खान डायरेक्ट कर रहे हैं। रीम शेख ने सीरि‍यल 'अशोका', 'नीर भरे तेरे नैंना देवी', 'ना आना इस देश लाडो', 'ना बोले तुम ना मैंने कुछ कहा', 'ये रि‍श्‍ता क्‍या कहलाता है' में चाइल्‍ड आर्टि‍स्‍ट के रूप में काम किया है। इस फिल्म के लिए अमजद खान को एक ऐसे चेहरे की तलाश थी जिसकी आंखों और चेहरे से भोलापन झलकता है। काफी ढूंढने के बाद उन्हें इस फिल्म के लिए रीम का चेहरा एक दम सटीक लगा। फिल्म के पोस्टर में  रीम को खुली किताब पकड़े दिखाया गया है। उनका चेहरा आधा दिखाया गया है वहीं आधे चेहरे को दहशत के धुंए से ढक दिया गया है। 


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